उलझी भावनाओं लकीरें हाथ में जो हैं पुरानी हैं ग़ज़ल - जो अलमारी में हम अख़बार के नीचे छुपाते हैं ज़िंदगी में जो मिले उसे सकारात्मक भाव से हमें लेना होगा। जो कभी था... जो बेचारा हरिराम

Hindi में जो Poems